Friday, July 29, 2016

27 Nakshatra Chapter 7

                       २७ नक्षत्र (भाग-7)


21) उत्तराषाढानक्षत्र-
उत्तराषाढानक्षत्र देवता- विश्वदेव, नक्षत्र स्वामी- रवि, नक्षत्र आराध्य वृक्ष- कटहल, नक्षत्र पर्याय वृक्ष- कांचन, नक्षत्र चरणाक्षर- भे, भो,जा,जी,   नक्षत्र प्राणी- मुंगुसनक्षत्र तत्व- पृथ्वी, नक्षत्र स्वभाव- स्थिर नक्षत्र गण- मनुष्य.
जन्म नक्षत्र फल :-  धार्मिक देवभक्त, विनय गुण से संपन्न,भारी मात्रा में मित्र और अपने लोगोंमे रहनेवाला, कृतज्ञ और सुन्दर दिखनेवाले होते है !


नक्षत्र से जुड़े व्यापार;- बड़ी जिम्मेदारी और नैतिक प्रकृति, से सम्बंधित, वैज्ञानिक, सैन्य कार्यकर्ता, सामाजिक कार्यकर्ता, सरकारी कर्मचारी, प्रचारक, पुजारि, सलाहकार, ज्योतिषि, वकील, न्यायाधीश, मनोवैज्ञानिक, घोड़े का व्यवसाय, खोजकर्ता, पहलवान, एथलीट, शिकारी, मुक्केबाज, व्यापार के अधिकारि के व्यवसाय , प्राधिकरण के आंकड़ों का व्यवसाय, सुरक्षा कर्मि, समग्र चिकित्सक.

पौराणिक मंत्र:- विश्वांदेवान् अहं वंदेषाढनक्षत्रदेवताम् l  
श्रीपुष्टिकीर्तीधीदात्री सर्वपापानुमुक्तये ll
नक्षत्र देवता नाममंत्र: विश्वेभ्यो देवेभ्यो नमःनक्षत्र नाम मंत्र: उत्तराषाढाभ्यां नमःl
नक्षत्र पीडाहर मंत्र:-  देवता बहुरूपत्वात् विश्वेदेवास्तथैवचसर्वारिष्ट विनाशाय तेभ्यो नित्यं नमो नमःll
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22) श्रवण
नक्षत्र- श्रवण, नक्षत्र देवता- विष्णु, नक्षत्र स्वामी- चंद्रनक्षत्र आराध्य वृक्ष- अर्क ,( दूधिया पौधानक्षत्र पर्याय वृक्ष- आमनक्षत्र चरणाक्षर- शी,शू,शे,शो.  नक्षत्र प्राणी- वानरनक्षत्र तत्व- पृथ्वी, नक्षत्र स्वभाव- चरनक्षत्र गण- देव.
जन्म नक्षत्रफल:-  धनवान हर तरह के आनंद से परिपूर्ण , वेद-शास्त्र का ज्ञाता, बड़े दिलवाला ,अपने परिवार जन के साथ प्रेम से रहनेवाला और प्रसिद्ध व्यक्ति कहलानेवाला !
नक्षत्र से जुड़े कार्य:- शिक्षक, भाषाविद्, भाषण चिकित्सक, भाषा अनुवादक, कथाकार  धार्मिक विद्वान, शिक्षक, नेता, शोधकर्ता, भूविज्ञानी, टेलीफोन ऑपरेटर, प्राचीन परंपरा का शोधकर्ता, हास्य अभिनेता, संगीत उद्योग, समाचार प्रसारक, टॉक शो होस्ट, सलाहकार, मनोचिकित्सकों के संरक्षण, मनोवैज्ञानिक, ज्योतिषि, रेडियो ऑपरेटर, परिवहन, पर्यटन, होटल और रेस्तरां उद्योग, चिकित्सक, समग्र चिकित्सा, दान कार्यकर्ता !
पौराणिक मंत्र:- शांताकारं चतुर्हस्तं श्रोणा नक्षत्रवल्लभम् l  
विष्णु कमलपत्राक्षं ध्यायेद् गरुड वाहन् ll
नक्षत्र देवता नाममंत्र: विष्णवे नमः l   नक्षत्र नाम मंत्र: श्रवणाय नमःl
नक्षत्र पीडाहर मंत्र:- विष्णुं जिष्णुम  महाविष्णुं प्रभविष्णुं महेश्वरं !
अनेक रूप दैत्यान्तम नमामि पुरुषोत्तमं !!


23) धनिष्ठा
नक्षत्र- धनिष्ठा, नक्षत्र देवता- वसु, नक्षत्र स्वामी- मंगळ, नक्षत्र आराध्य वृक्ष- शमी, नक्षत्र पर्याय वृक्ष- नीम
नक्षत्र चरणाक्षर- गा,गी,गू,गे.  नक्षत्र प्राणी- सिंहनक्षत्र तत्व- पृथ्वी, नक्षत्र स्वभाव- शुभ , नक्षत्र गण- राक्षस.
जन्म नक्षत्रफल:- दान-धर्म करनेवाला, शूरता से धन कमानेवाला परंतु लोभी अर्थात  अनुभोग की अपेक्षा करनेवाला, संगीत प्रेमी और धनवान कहलानेवाला होगा !
नक्षत्र से जुडी वृत्ति:-  संगीतकार, नर्तकी, कलाकार, डॉक्टर, सर्जन, रियल एस्टेट एजेंट, संपत्ति प्रबंधन, वैज्ञानिक, शोधकर्ता, भौतिक विज्ञानी, इंजीनियरिंग, खनन, धर्मार्थ कार्यकारी , कवि, मनोरंजन, व्यापार, गीतकार, संगीत वाद्ययंत्र, गायक, मणि डीलर के निर्माता, एथलीट, समूह समन्वयक, ज्योतिषि, समग्र चिकित्सक।
पौराणिक मंत्र:- श्राविष्ठादेवतां वंदे वसुन्वरधराश्रिताम् l  
शंखचक्रांकितरांकिरीटांकित मस्तकाम् ll
नक्षत्र देवता नाममंत्र: वसुभ्यो नमःl   नक्षत्र नाम मंत्र: धनिष्ठायै नमःl
नक्षत्र पीडाहर मंत्र:-  अष्टौदेवाच वसवो यज्ञ संरक्षकस्तथा  ! 
सर्वारिष्ट विनाशाय तेभ्यो नित्यं नमो नमः !!

24) शततारका
नक्षत्र- शततारका, नक्षत्र देवता- वरुण, नक्षत्र स्वामी- राहु, नक्षत्र आराध्य वृक्ष- कदंब, नक्षत्र पर्याय वृक्ष- आपटा
नक्षत्र प्राणी- घोडा, नक्षत्र तत्व- जल, नक्षत्र स्वभाव- चर, नक्षत्र चरणाक्षर- गो,सा,सी,सूनक्षत्र गण- राक्षस.
जन्म नक्षत्रफल:-  स्पष्टतासे सामने से बोलनेवाला, अच्छे-बुरे आदत से पीड़ित, अपने धैर्य से शत्रु का संहार करनेवाला अर्थात शत्रु पर विजय प्राप्त करनेवाला और किसीके हाथ नहीं आनेवाला !
नक्षत्र से सम्बंधित व्यवसाय:- चिकित्सक, सर्जन, एक्स-रे तकनीशियन, खगोल विज्ञानी, ज्योतिषि, इंजीनियर, वैमानिकी, अंतरिक्ष इंजीनियर, पायलट, परमाणु विज्ञानि, शोधकर्ता, बिजली, लेखक, सचिव, फिल्म और टेलीविजन, दवा, जड़ी बूटियों का कार्य कर्ता, ड्रग डीलर, अपशिष्ट निपटान, प्लास्टिक और पेट्रोलियम, ऑटोमोबाइल उद्योग, अन्वेषक !
पौराणिक मंत्र:-  वरुणं सततं वंदे सुधाकलश धारीणम् l  
पाशहस्तं शतभिशग् देवतां देववंदीतम ll
नक्षत्र देवता नाममंत्र:- वरुणाय नमः !  नक्षत्र नाम मंत्र : शतभिषजे नमः
नक्षत्र पीडाहर मंत्र:- पाशहस्तंच वरुणं यादसां पतिमीश्वरंअपांपति महं वंदे देवं मकरवाहनं  !!


25) पुर्वाभाद्रपदा
नक्षत्र- पुर्वाभाद्रपदा, नक्षत्र देवता- अजैक चरण, नक्षत्र स्वामी- गुरू, नक्षत्र आराध्य वृक्ष- आम , नक्षत्र पर्याय वृक्ष- हिरडानक्षत्र चरणाक्षर- से,सो,दा,दीनक्षत्र प्राणी- सिंह, नक्षत्र तत्व- अग्नी, नक्षत्र स्वभाव- सत्वनक्षत्र गण- मनुष्य.
जन्म नक्षत्रफल:- दुःख से चिंतित रहनेवाला, स्त्रीवश, धनिक, दान देने में समर्थ कहलानेवाला और दान-धर्म करनेवाला कहलाएगा !
नक्षत्र से जुडी वृत्तियां:- व्यापार, प्रशासन, संख्याकोविद ,ज्योतिषी, पुजारी, तपस्वी, ताबूत निर्माताओं, कब्रिस्तान के रखवाले, सर्जन, चिकित्सक, मनोचिकित्सक, कट्टरपंथि, कण, हॉरर या रहस्य कहानिकार, हथियार निर्माता, काला जादू, चमड़ा उद्योग के लेखक, हत्या जासूस, धातु उद्योग, आग, विषाक्त पदार्थों का व्यवसाय.

पौराणिक मंत्र:-  शिरसा महजं वंदे ध्येकपादं तमोपहम्  !
                       मुदे प्रोष्ठपदेवानं सर्वदेवनमस्कृतम् !!
नक्षत्र देवता नाममंत्र:- अजैकपदे नमःl   नक्षत्र नाम मंत्र: पुर्वाप्रोष्ठपद्भ्यां नमःl
नक्षत्र पीडाहर मंत्र:- अजायैकपदे नित्यं लोकस्यानंददायकःसर्वारिष्ट विनाशाय तस्मै नित्यं नमो नमः ll