Wednesday, October 19, 2016

11 Auspicious Leaves

  भगवान की पूजा में क्यों इन 11 पत्तोंका उपयोग किया जाता है ?   

       Is there any Scientific, Spiritual or Ayurvedic reason behind this? Part-1

हिन्दू धर्म के हर एक पूजा में विशेषत: गणेश चतुर्थी के  गणेश पूजा में  इन 11 पत्तोंका होता है उपयोग जिससे भगवान् गणेश होते है प्रसन्न। भारतीय संस्कृति में पूजा के दौरान भगवान् पर फूल या पत्ते चढानेकी प्रथा है और वह पूजा का विशेष अंग माना जाता है. बहुमूर्ति पूजा होने से अलग-अलग भगवान् को अलग-अलग किस्म के फूल और पत्ते चढ़ाए जाते है. उनमेसे अधिकतर  इन पत्तोंका उपयोग किया जाता है और तो और इसका उपयोग करनेके पीछे कुछ रहस्य भी छुपे हुए है.

Sunday, October 09, 2016

Navratri -2

     देवी के नौ अवतार तथा विजय दशमी दशहरा का महत्व 

. शैलपुत्री :-  शैलपुत्री" अर्थात हिमालय पर्वतराज की पुत्री. शिव की शक्ति या सती कहलाती है. इस अवतार में माँ ने सफेद वस्त्र पहने हुए हाथ माला और कमंडलु धरे हुए हैपर्वतराज हिमालय की पुत्री होने से यह शैलपुत्री कही जाती है.
. ब्रम्ह्चारिणी :-  यह नाम ब्रम्हा से प्राप्त हुआ ऐसा कहा जाता है. अपने भूल प्रायश्चित्त करनेवाली शिव की सती पार्वती का यह दूसरा रूप है. इसके आराधना से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, और संयम की अभिवृद्धि होती है !
. चंद्रघंटा :-  यह माता का तीसरा स्वरुप है यह अवतार सुंदरता और धैर्यता को दर्शाता है. यह रूप शांतिदायक और श्रेयस्कर कहलाता है. युद्ध के लिए शस्त्रात्र से अलंकृत दशभुजोसे सुशोभित दिखाई देती है !

Wednesday, October 05, 2016

Navaratri

वरात्रि का त्यौहार पूरे भारत वर्ष में मनाया जाता है विशेषकर दुर्गा पूजा , काली पूजा , चंडी पूजा इन नामोसे अलग-अलग प्रान्तों में और अलग-अलग प्रथा के अनुसार आराधना की जाती है नवरात्रि का त्यौहार सप्टेंबर माह के अंत में या अक्टूबर माह के प्रारम्भ में शुरू होता हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन माह के शुक्ल प्रतिपदा से शुरुवात होती है. प्रतिपदा से लेकर नवमीतक और दशमी का दिन विजय का दिन कहा जाता है जिसे विजयादशमी दशहरा कहते है क्यों की इस दिन प्रभु श्रीराम ने रावण का वध किया था और माँ दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था !