पंचामृत के सेवन से लाभ तथा उसका महत्व
जानिए कलियुग के अमृत के बारे में
हम सभी जानते हैं की हिन्दू पूजाओं में पंचामृत पूजा का एक अनिवार्य हिस्सा है। हालांकि, आप जानते हैं कि इस दिव्य मनगढ़ंत कहानी कई रूपों की गई है, या कि यह कैसे सामूहिक हिन्दू चेतना के इस तरह के एक अभिन्न अंग बन गया है. इस पवित्र पकवान का मूल अर्थ है पांच वस्तु से बनाया गया अमृत यह अमरता का प्रतीक अमृत के रूप में उल्लेख किया गया है.
हम सब जानते है की पुराणोंके अनुसार अमृत यह देवाताओं का पेय था जिसे पीने से अमरता प्राप्त होती है. पृथ्वी पर इसका अभाव होने से तथा इसका दुरुपयोग होने के भय से ब्रम्हा ने अमृत के समान पांच तत्वों को निर्माण किया।
हम सब जानते है की पुराणोंके अनुसार अमृत यह देवाताओं का पेय था जिसे पीने से अमरता प्राप्त होती है. पृथ्वी पर इसका अभाव होने से तथा इसका दुरुपयोग होने के भय से ब्रम्हा ने अमृत के समान पांच तत्वों को निर्माण किया।