Saturday, March 23, 2019

Benefits of wearing Rudraksha in Hindi

१ से १४ मुखी रुद्राक्ष 

रुद्राक्ष बदल सकता है आप का भाग्य !


रुद्राक्ष मूलं तद्ब्रम्हा तन्नालम विष्णुरेव !
तन्मुखं रूद्र इत्याहुः ततबिंदु: सर्व देवता: !!

रुद्राक्ष का मूल भाग ब्रम्हा, नाल (छेद) भाग विष्णु और मुख भाग रूद्र को दर्शाता है. और रुद्राक्ष पे विद्यमान सभी कांटे या बिंदु सभी देवता स्वरुप को दर्शाते है.
वैसे तो 1-21 मुखी तक Rudraksha देखे गए है.परन्तु 15 से 21 मुखी तक रुद्राक्ष के बारे में अधिक जानकारी ना होने से इसके मिलने की गुंजाइश भी नहीं की जा सकती.

Tuesday, March 19, 2019

Benefits of doing achaman (आचमन)


आचमन

आचमन का अर्थ हैपीना” अर्थात एक-एक चमच 3 बार पानी पीना. शायद आप ने देखा होगा किसी पंडित को, धार्मिक कर्म में किसी व्यक्ति को, या किसी ब्राम्हण को संध्या करते समय या किसी को पूजा करते समय 3 बार पानी पीकर 4थि बार हाथ धोया जाता है इसे ही आचमन कहा कहा जाता है. तन-मन और वाणी शुद्धि के लिए 3 चमच पानी पिया जाता है. यह परंपरा अनादि काल से चलते रही है यह ऋषि-मुनियों की देन है. यह प्रथा कुछ ऐसे ही नहीं बनी. इसके पीछे बहुत गहरा अर्थ है और आचमन करना आरोग्य की दृष्टी से यह बहुत लाभदाई है. 

Friday, March 15, 2019

Interesting story behind the name of Govinda

तिरुपति बालाजी 

     क्या आप जानते है तिरुपति बालाजी को गोविंदा नाम से क्यों पुकारा जाता है?

तिरुपति के बालाजी के दर्शन को जाते समय हरेक भक्त गोविंदा-गोविंदा कहकर नामोच्चार करता है. Tirupati के बालाजी दक्षिण भारतीय भक्तो के लिए वेंकटेश, श्रीनिवास या वेंकटरमणा कहलाते है.
बालाजी को गोविंदा नाम आने के पीछे एक अद्भुत और आश्चर्यजनक कथा हैश्री विष्णु भगवान के 24 प्रिय नामों में से 4था नाम है गोविंदा.

Sunday, March 03, 2019

Maha Shivratri 2019 महाशिवरात्रि

All you need to know about Maha Shivratri


वैसे तो शिवरात्रि वर्ष के हर एक महीने में आती है अर्थात साल में 12 शिवरात्रिया आती है परन्तु इसमें सबसे महत्वपूर्ण सूर्यमान पद्धति के अनुसार फाल्गुन माह की कृष्ण चतुर्दशी और चांद्रमान के अनुसार माघ माह की कृष्ण चतुर्दशी महा शिवरात्रि नाम से जानी जाती है यह शिवरात्रि भगवान् शिव को अधिक  प्रिय है.
भगवान शिव जी भोले भक्तों के भक्ति पर प्रसन्न होकर भोलेनाथ बन गए. शिव जी दुष्ट और बुरी शक्ति के संहार करता है. शिवरात्रि भगवान् शिव के भक्तो के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण त्यौहार है. पुरे भारत वर्ष में इसे मनाया जाता है. पुराण के अनुसार माघ मास के कृष्ण चतुर्दशी का दिन शिवरात्रि नाम से अंकित किया गया है जो की अंग्रेजी महीने के अनुसार फरवरी माह के अंत में या मार्च महीने के आरंभ में आता है।  

Monday, February 25, 2019

"Significance of Svaha" हवन कुंड में आहुति देते समय क्यों कहाँ जाता है "स्वाहा"

स्वाहा

स्वाहा यह शब्द हमने बहुत बार सुना है कभी मंदिर में या किसी पंडित जी को पूजा या हवन करते समय या कभी-कबार अपने खुद के  घर में हवन कराते समय या किसी के पूजा में हिस्सा लिए जब. जब अग्नि में आहुति दी जाती है तब स्वाहा कहकर हवन सामग्री या हविर्द्रव्य को अग्नि में समर्पित किया जाता है. स्वाहा ऐसा केवल हवन, यज्ञ, या नित्य अग्निहोत्र करते समय ही उपयोग किया जाता है. इसके अलावा कुछ ऐसे बीज मन्त्र होते है जिनके अंत में स्वाहा शब्द का प्रयोग केवल  जाप करते समय ही किया जाता है.

Monday, February 18, 2019

Rudraksha- Benefits of Rudraksha in Hindi, रुद्राक्ष की महिमा

इस Article में आप
रुद्राक्ष की महिमा  
रुद्राक्ष की उत्पत्ति
रुद्राक्ष क्यों धारण करना चाहिए और Rudraksh के कुछ Interesting facts
इन सभी विषयों की जानकारी आप को यहां पर पढ़ने को मिलेगी.

रुद्राक्ष 

“रूद्र” का मतलब

"रुत संसाराख्यं दुःखं तत द्रावयति इति रुद्रः"
अर्थात:- सांसारिक दुखों को नाश करनेवाला 'जो भगवान सभी भक्तो के दुःख और संसार के समस्याओं को नाश करता है भला उस शिव के नेत्र से उत्पन्न हुआ वह रुद्राक्ष  कितना पवित्र, शक्तिशाली, और  Powerful  होगा इसकी कल्पना करना असाध्य है.